आज का ज्ञानवर्धक शीर्षक है- दो भाइयों का आपस में सच्चा प्रेम True two brothers of the heart
नमस्कार दोस्तों
मैं हूं बमबम, आज आप पढ़ेंगे दो भाइयों का आपस में सच्चा प्रेम एक सच्ची कहानी बहुत पुरानी कथा है। किसी गांव में दो भाई रहते थे, बड़े भाई की शादी हो गई थी, उसके दो बच्चे भी थे।
लेकिन छोटा भाई अभी कुंवारा था दोनों भाई एक साथ ही खेती करते थे, एक बार उनके खेत में गेहूं की फसल पक कर तैयार हो गई। दोनों भाइयों ने मिलकर फसल काटी और गेहूं तैयार किया।इसके बाद दोनों भाइयों ने गेहूं आधा-आधा आपस में बांट लिया। अब उन्हें सारा गेहूं को घर ले जाने का काम ही बाकी था।
रात हो गई थी इसलिए यह काम अगले दिन ही हो पाता। रात में दोनों को फसल की रखवाली के लिए खेत में ही रुकना था। दोनों को भूख भी लगी थी, दोनों भाइयों ने बारी-बारी से खाना खाने की सोची। पहले बड़ा भाई खाना खाने घर चला गया, छोटा भाई खेत पर ही रुक गया।
मैं सोचने लगा भैया की शादी हो गई उनका परिवार है, उन्हें ज्यादा अनाज की जरूरत होगी। यह सोचकर उसने अपने गेहूं इनमें से कई टोकरी गेहूं निकालकर बड़े भाई वाले गेहूं के ढेर में मिला दिए। फिर बड़ा भाई थोड़ी देर में खाना खाकर लौटा उसके बाद छोटा भाई खाना खाने घर चला गया।
बड़ा भाई सोचने लगा मेरा तो परिवार है वह मेरा ध्यान रख सकते हैं लेकिन मेरा छोटा भाई तो एकदम अकेला है इसका ध्यान रखने वाला मेरे सिवा कोई नहीं इसलिए इसे मुझसे ज्यादा गेहूं की जरूरत है। उसी वक्त बड़े भाई ने भी अपने गेहूं के ढेर से कई टोकरी गेहूं लेकर अपने छोटे भाई के गेहूं के ढेर में मिला दिया।
इस तरह दोनों भाइयों के गेहूं की कुल मात्रा में कोई कमी नहीं आई। हाँ, ऐसा करने से दोनों भाइयों का आपसी प्रेम और भाईचारा थोड़ा और ज्यादा बढ़ गया दोस्तों अगर हमारी नियत और सोच अच्छी हो तो हर परिवार कितना सुखी रह सकेगा।
बड़े होते हैं ये खून के रिश्ते, भाई तू इसे बेकार न कर
मेरे हिस्से की जमीन तू रख ले, लेकिन घर के आंगन में दीवार न कर
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